जीवन का आधार टमाटर,
सब्जी का संसार टमाटर,
तन मन धड़कन श्वांस टमाटर,
जनता का विश्वास टमाटर,
परिवारों की जान टमाटर,
संविधान का मान टमाटर,
फौजी की बन्दूक टमाटर,
विधवाओं की हूक टमाटर,
दुखियों की आवाज टमाटर,
और किचिन की लाज टमाटर,
सब कुछ सूना बिना टमाटर,
थाली से है छिना टमाटर,
खबरों में छा गया टमाटर,
मोदी सब खा गया टमाटर,
पीट गया सब ढोल टमाटर,
खोल गया सब पोल टमाटर,
सुनो टमाटर बहुत ख़ास है,
पूरे भारत का विकास है,
अगर टमाटर नही रहेगा,
देश कदम दो नही चलेगा,
पूरी मंडी का हिसाब दो,
मोदी जी तुम ही जवाब दो,
दो सालो का हाल टमाटर,
गायब क्यों है लाल टमाटर,
बिना टमाटर,है बर्बादी,
तड़प रही सबकी आज़ादी,
रोके भ्रष्टाचार टमाटर,
अपराधों पर वार टमाटर,
मंदिर मस्ज़िद प्यार टमाटर,
सेक्यूलर अवतार टमाटर,
लेकिन महंगा हुआ टमाटर,
आसमान को छुआ टमाटर,
इसी टमाटर पर मर जाओ,
इस मोदी को सबक सिखाओ,
आओ मिलकर देश बचाएं,
सभी टमाटर को अपनाएं,
दूर टमाटर से मंदी है,
ये सरकार बहुत गन्दी है,
कानूनी अधिकार टमाटर,
सुन ले ये सरकार टमाटर,
लाल टमाटर गुण धानी है,
कवि गौरव की चौहानी है,
बीवी बच्चे डर जायेंगे,
बिना टमाटर मर जाएंगे,
मांग टमाटर की ठानेंगे,
इस्तीफ़ा लेकर मानेंगे,
महंगाई का तार है मोदी,
सबका ज़िम्मेदार है मोदी,
तुम्हे टमाटर साफ़ करेगा,
देश न तुमको माफ़ करेगा,
बातें करना भद्दी छोडो,
गद्दी छोडो,गद्दी छोडो,
(देश की मजबूती का पर्याय 'टमाटर"के बढ़ते दामो पर मोदी से इस्तीफ़ा मांगती मेरी नयी कविता😜😜😝😝😝)
-------कवि गौरव चौहान
सब्जी का संसार टमाटर,
तन मन धड़कन श्वांस टमाटर,
जनता का विश्वास टमाटर,
परिवारों की जान टमाटर,
संविधान का मान टमाटर,
फौजी की बन्दूक टमाटर,
विधवाओं की हूक टमाटर,
दुखियों की आवाज टमाटर,
और किचिन की लाज टमाटर,
सब कुछ सूना बिना टमाटर,
थाली से है छिना टमाटर,
खबरों में छा गया टमाटर,
मोदी सब खा गया टमाटर,
पीट गया सब ढोल टमाटर,
खोल गया सब पोल टमाटर,
सुनो टमाटर बहुत ख़ास है,
पूरे भारत का विकास है,
अगर टमाटर नही रहेगा,
देश कदम दो नही चलेगा,
पूरी मंडी का हिसाब दो,
मोदी जी तुम ही जवाब दो,
दो सालो का हाल टमाटर,
गायब क्यों है लाल टमाटर,
बिना टमाटर,है बर्बादी,
तड़प रही सबकी आज़ादी,
रोके भ्रष्टाचार टमाटर,
अपराधों पर वार टमाटर,
मंदिर मस्ज़िद प्यार टमाटर,
सेक्यूलर अवतार टमाटर,
लेकिन महंगा हुआ टमाटर,
आसमान को छुआ टमाटर,
इसी टमाटर पर मर जाओ,
इस मोदी को सबक सिखाओ,
आओ मिलकर देश बचाएं,
सभी टमाटर को अपनाएं,
दूर टमाटर से मंदी है,
ये सरकार बहुत गन्दी है,
कानूनी अधिकार टमाटर,
सुन ले ये सरकार टमाटर,
लाल टमाटर गुण धानी है,
कवि गौरव की चौहानी है,
बीवी बच्चे डर जायेंगे,
बिना टमाटर मर जाएंगे,
मांग टमाटर की ठानेंगे,
इस्तीफ़ा लेकर मानेंगे,
महंगाई का तार है मोदी,
सबका ज़िम्मेदार है मोदी,
तुम्हे टमाटर साफ़ करेगा,
देश न तुमको माफ़ करेगा,
बातें करना भद्दी छोडो,
गद्दी छोडो,गद्दी छोडो,
(देश की मजबूती का पर्याय 'टमाटर"के बढ़ते दामो पर मोदी से इस्तीफ़ा मांगती मेरी नयी कविता😜😜😝😝😝)
-------कवि गौरव चौहान