Monday 18 July 2016

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समंदर पीर का अंदर है लेकिन रो नहीं सकता

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समंदर पीर का अंदर है लेकिन रो नहीं सकता
ये आंसू प्यार का मोती है, इसको खो नहीं सकता
मेरी चाहत को अपना तू बना लेना, मगर सुन ले
जो मेरा हो नहीं पाया, वो तेरा हो नहीं सकता

Dr. Kumar Vishwas


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